जीवन के दुख में खुश होना ये उसने ही सिखलाया था। जीवन के दुख में खुश होना ये उसने ही सिखलाया था।
सबसे अच्छी सबसे न्यारी नानी माँ प्यारी सी हमारी.. सबसे अच्छी सबसे न्यारी नानी माँ प्यारी सी हमारी..
थीं हमारी नानी पर हम, अम्मा उन्हें बुलाते थे .. !! थीं हमारी नानी पर हम, अम्मा उन्हें बुलाते थे .. !!
साथी सुनाऊं तुमको आओ चलो चलें। साथी सुनाऊं तुमको आओ चलो चलें।
हँस हँस माँ को आपसे ढेरों डाँट पड़ाऊँगी। हँस हँस माँ को आपसे ढेरों डाँट पड़ाऊँगी।
एक बात कई बार कहने की आदत सी हो गई है। एक बात कई बार कहने की आदत सी हो गई है।